गुरुवार, 4 फ़रवरी 2021

गोह {Goh}


 परिचय :- छिपकली प्रजाति का जंगली जीव है| यह आकार में नेवले के बराबर का होता है इसका वैज्ञानिक नाम मोनीटर लिजार्ड है गोह को पाटागोह और बीचपड़ी आदि अन्य नाम से भी जाना जाता है गोह का शरीर भूरे रंग का होता है यह जीव जहरीला नहीं होता है लेकिन काफी गुस्सेल स्वभाव का होता है इसको छेड़ने पर धू की जोर से आवाज करती है गोह लोगों द्वारा जहरीला समझ कर मार देते हैं यही कारण रहा है कि वर्तमान में इस प्राणी का जीवन खतरे में है एक यह भी कारण है कि गोह की तरह दिखने वाला गोयरा जो कि जहरीला जीव होता है कुछ लोगों गोह को गोयरा समझ कर मार देते हैं लेकिन कोई भी जीव कितना भी जहरीला क्यों ना हो बिना छेड़ने पर कोई कुछ नुकसान नहीं पहुंचाता है इसलिए इन जीवो को नुकसान न देकर इस अज्ञानता में जो लोग मारते हैं उनसे भी इनकी रक्षा करनी चाहिए क्योंकि पर्यावरण संतुलन में जीवों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है अगर इस जीव के शरीर को देखा जाए तो भूरे रंग का होता है और इसके शरीर की चमड़ी काफी मोटी और मजबूत होती है गोह की एक खास बात रही है कि इसके शरीर की पकड़ बहुत मजबूत होती है और यही कारण है कि प्राचीन समय में चोर किसी ऊंची दीवार पर चढ़ने के लिए इस जीव को इस्तेमाल करते थे इसके अलावा यह भी सुनने में आया है कि प्राचीन समय में लड़ाई के समय सैनिकों द्वारा अपनी अंगुलियों की रक्षा के लिए इस के शरीर के चमड़े से बने मजबूत दस्ताने उपयोग में लेते थे गोह सांप की तरह जीभ लपलपाती रहती है गोह की पुंछ लंबी और चपटी होती है दाँत नुकीले ,थूथन का सिरा चपटा होता है गोह की पुंछ की मार काफी खतरनाक होती है और जब भागती है तब पूछ को ऊपर उठाकर भागती है

गोह
आवास :- गोह दलदल और मरूभूमि दोनों जगहों पर पाई जाती है लेकिन यह पानी में भी पाई जाती है और तैराकी में कुशल होती है इसके अलावा यह पेड़ों पर भी रहती हैं गोह पानी और भूमि दोनों जगहों पर काफी तेज दौड़ती है गोह को सर्दियों में अक्सर धूप में धूप सेकते हुए देखा जाता है गोह अपना माद रेत में काफी बड़ा बनाती है और अपना मुंह अंदर की तरफ और पूछ को थोड़ा अपने माद से बाहर लिए हुए आराम करती है


भोजन :- गोह मांसाहारी जीव होता है जो छिपकलिया, मछलियां ,खेतों में कीड़े मकोड़े और अंडे खाती है इसकी जीभ सांप की तरह दुफकी होती हैं जो शिकार के समय बार-बार बाहर निकलती है गोह कितना भी सड़ा मांस हो खा लेती है जिससे उनके दांतों में बैक्टीरिया पनप जाते हैं जिससे  किसी को काटने पर उल्टी ,चक्कर आने जैसी समस्या आ जाती है 

शिकार की ताक में गोह

संरक्षण :- गोह का प्राकृतिक पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान रहा है गोह दुनिया का कितना भी सड़ा से सड़ा मास हो खा लेती है खेतों में छोटे कीड़े मकोड़े खाकर पर्यावरण संतुलन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देती है इसको बचाने के लिए सरकार ने वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची 2 के भाग 2 में रखा है जिसमें इस जीव को मारने या नुकसान पहुंचाने पर सजा का प्रावधान है

विश्राम की स्थिति में गोह

              => दोस्तों मेरे इस आर्टिकल का मुख्य उद्देश्य लोगों में इस जीव को लेकर जो संशय है उनको दूर करना है और इस जीव कि पर्यावरण में कितनी महत्वपूर्ण अहमियत है इनको बताना है ताकि किसी गलतफहमी में न आकर बल्कि हकीकत से रूबरू होकर ऐसे जीवों का संरक्षण करना है जिससे प्राकृतिक पारिस्थितिकी संतुलन बना रहे और ऐसे अमुक जीव स्वतंत्र जीवनयापन कर सकें | 

एक फोरेस्टर की कलम से🖋️🖋️

                                                                    धन्यवाद 

 English Translate - 

                                 Introduction :- The lizard is a wild creature of the species. It is equal in size to a mongoose. Its scientific name is Monitor Lizard. Goh is also known by other names such as Patagoh and Beechpadi etc. Goh's body is brown in color. This organism is not poisonous but is quite angry. Dhu makes a loud noise when teased, Goh kills people as poisonous.This is the reason that the life of this creature is currently in danger.This is also the reason why Gora that looks like Goh which is poisonous organism. Some people kill Goh as Goyra, but no matter how poisonous any organism is, no one is harmed by being teased, so by not harming these creatures, those who kill in this ignorance should also protect them because Organisms have been an important contributor to environmental balance. If seen, the body of this organism is brown and its body is very thick and strong. Goh has been a special thing that its body is very strong. And this is why in ancient times thieves used this creature to climb a high wall Apart from this, it has also been heard that in ancient times, during the battle, soldiers used strong gloves made of leather of this body to protect their fingers. The tooth is flattened, the tip of the snout is flattened, the goh's tail is very dangerous and when it runs, pick up the question and run away.

गोह के मजबूत नाखून

The accommodation :- Goh is found in both swamp and desert areas but it is also found in water and is efficient in swimming, in addition it also lives on trees. Goh runs quite fast in both water and land. Goh is often in the sun in winter. Soaked in sunlight, Goh makes his head very big in the sand and relaxes his mouth inward and asks a little bit of his head.


The food :- A cow is a carnivorous creature that eats lizards, fishes, insects in the field, and eggs. Its tongue is like a snake which comes out again and again during the hunt. Goh eats up any rotten meat which causes bacteria in their teeth Grows up, which causes vomiting, dizziness and problems on cutting.


protection :- Goh has been an important contributor to maintaining the natural ecological balance, no matter how much of the world's rotten mass is eaten, the small insects in the field eat their pranks and make a significant contribution to the balance of the environment, to save the government, the Wildlife Conservation Act 1972 Has been placed in Part 2 of Schedule 2, which provides for punishment for killing or harming this creature.


              => Friends, the main objective of this article of mine is to remove the doubts that people have about this organism and to tell them how important is the importance of this organism in the environment so that such creatures are protected not by getting into any misunderstanding but by realizing it. Have to maintain the balance of natural ecology and such living organisms can live independently.  

                                                     Thanks 


                   


 



                                              

 





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